प्रधानमंत्री मोदी ने ऑटो उद्योग के महान नेता ओसामु सुजुकी के निधन पर शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के दिग्गज ऑटो उद्योग के नेता ओसामु सुजुकी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। ओसामु सुजुकी, जिन्होंने सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन को वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता के रूप में स्थापित किया, भारतीय ऑटो उद्योग में भी एक महत्वपूर्ण नाम माने जाते थे। उनके निधन से दुनिया भर में ऑटोमोबाइल उद्योग में एक अपूरणीय रिक्तता पैदा हो गई है।
ओसामु सुजुकी का योगदान
ओसामु सुजुकी का जीवन एक प्रेरणा है। उन्होंने 1950 के दशक में सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन की कमान संभाली और इसे छोटे और सस्ते वाहनों के उत्पादन में अग्रणी बना दिया। उनका दृष्टिकोण न केवल तकनीकी नवाचार पर केंद्रित था, बल्कि उन्होंने अपने उत्पादों को जनता की पहुंच में रखते हुए व्यावसायिक सफलता भी अर्जित की। सुजुकी की कारों ने न केवल जापान में, बल्कि भारत जैसे विकासशील देशों में भी अपार सफलता प्राप्त की।
भारत में सुजुकी का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। सुजुकी मोटर इंडिया लिमिटेड (SMIL) की स्थापना ने भारतीय बाजार में नई क्रांति का आगाज किया था। उनकी कंपनी ने भारतीय उपभोक्ताओं के लिए किफायती और भरोसेमंद वाहनों की पेशकश की, जिनमें मारुति सुजुकी की गाड़ियों का नाम प्रमुख है। मारुति सुजुकी ने भारतीय परिवारों के लिए कार स्वामित्व को सुलभ बना दिया और भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में एक नया अध्याय शुरू किया।
प्रधानमंत्री मोदी का शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा, “ओसामु सुजुकी का निधन ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने सुजुकी को एक वैश्विक ब्रांड बना दिया और भारतीय बाजार में उसकी अहमियत को बेजोड़ बनाया। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व ने भारतीय ऑटो उद्योग को नई दिशा दी। मैं उनके परिवार, दोस्तों और उनके समर्पित कर्मचारियों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “सुजुकी और मारुति सुजुकी ने भारतीय उपभोक्ताओं के लिए गुणवत्ता और तकनीकी नवाचार को नए स्तर पर पहुंचाया। उनकी कंपनी की गाड़ियों ने भारत में लाखों परिवारों को सस्ती और विश्वसनीय गतिशीलता प्रदान की। उनका योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।”
ओसामु सुजुकी की विरासत
ओसामु सुजुकी का नाम हमेशा ऑटोमोबाइल उद्योग में सम्मान के साथ लिया जाएगा। उन्होंने अपनी कंपनी को न केवल एक वैश्विक खिलाड़ी बनाया, बल्कि उन्होंने उस तरह की नीतियों को अपनाया जो छोटे और मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए थीं। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व ने न केवल सुजुकी मोटर को सफलता दिलाई, बल्कि उन्होंने कई देशों में रोजगार के अवसर भी पैदा किए।
भारत में मारुति सुजुकी की सफलता ने भारतीय जनता के दिलों में अपनी जगह बना ली है। 1980 के दशक में जब मारुति 800 को भारतीय बाजार में लॉन्च किया गया था, तो वह भारतीय परिवारों के लिए कार खरीदने का एक सपना जैसा था। उस समय मारुति 800 की सस्ती कीमत और विश्वसनीयता ने भारतीय उपभोक्ताओं को आकर्षित किया। ओसामु सुजुकी के नेतृत्व में कंपनी ने भारतीय बाजार में सफलता के नए मापदंड स्थापित किए।
ओसामु सुजुकी का दृष्टिकोण
ओसामु सुजुकी का मानना था कि “ग्राहक की संतुष्टि ही सफलता का मूलमंत्र है।” उन्होंने हमेशा अपने उत्पादों में सुधार की दिशा में काम किया और नई तकनीकों को अपनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके नेतृत्व में, सुजुकी ने अपने उत्पादों को न केवल गुणवत्तापूर्ण और सस्ता बनाया, बल्कि वह समय के साथ बदलते उपभोक्ता रुझानों को भी समझने में सक्षम रहे।
निष्कर्ष
ओसामु सुजुकी का निधन केवल सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन या जापान के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान न केवल ऑटोमोबाइल उद्योग में रहेगा, बल्कि उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व हमेशा लोगों को प्रेरित करती रहेगी। भारत में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, जहां उनकी कंपनी ने न केवल कारों का निर्माण किया, बल्कि भारतीय ऑटो उद्योग को नए मुकाम तक पहुंचाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरी दुनिया उनके योगदान को हमेशा याद रखेगी, और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। ओसामु सुजुकी की आत्मा को शांति मिले।
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