Milky Way के केंद्र में Black Holes तेजी से नष्ट कर रहे हैं तारे
हमारी आकाशगंगा, Milky Way, रहस्यों से भरी हुई है। इसका केंद्र एक विशालकाय Black Holes सैजिटेरियस ए (Sagittarius A)**, के कब्जे में है, जो अपने चारों ओर की हर चीज़ को निगलने की ताकत रखता है। हाल के अध्ययनों से पता चला है कि यह Black Holes तारों को तेजी से नष्ट कर रहा है, जिससे वैज्ञानिकों के बीच चिंता बढ़ रही है।

Black Holes कैसे नष्ट कर रहे हैं तारे?
Black Holes अपनी जबरदस्त गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण अपने आसपास मौजूद गैस, धूल और यहां तक कि तारों को भी अपनी ओर खींच लेते हैं। जब कोई तारा ब्लैक होल के बहुत करीब पहुंचता है, तो इसकी तीव्र गुरुत्वाकर्षण शक्ति तारे को खींचकर तोड़ देती है। इस प्रक्रिया को “ज्वारीय विध्वंस घटना” (Tidal Disruption Event – TDE) कहा जाता है।

जब कोई तारा ब्लैक होल के प्रभाव में आता है, तो वह पहले लंबा और पतला हो जाता है—इसे वैज्ञानिक “स्पैगेटीफिकेशन” (Spaghettification) कहते हैं। अंततः, तारा छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटकर ब्लैक होल में समा जाता है, जिससे जबरदस्त मात्रा में ऊर्जा निकलती है।
क्या यह प्रक्रिया तेज़ हो रही है?
हाल के शोधों में यह पाया गया है कि आकाशगंगा के केंद्र में तारों के विनाश की गति बढ़ रही है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- Black Holes की बढ़ती सक्रियता –Black Holes की ऊर्जा में उतार-चढ़ाव होता है, और कुछ समय के लिए यह अधिक सक्रिय हो सकता है।
- नए तारों का निर्माण और विनाश – आकाशगंगा के केंद्र में लगातार नए तारे बनते और नष्ट होते हैं, जिससे ब्लैक होल को अधिक ‘शिकार’ मिलते हैं।
- ब्लैक होल का घूमना – अगर ब्लैक होल तेजी से घूमता है, तो यह आसपास के तारों को अधिक तीव्रता से अपनी ओर खींच सकता है।
इसके प्रभाव क्या हो सकते हैं?
भले ही यह घटना आकाशगंगा के केंद्र में हो रही है और पृथ्वी इससे सुरक्षित है, लेकिन यह हमारी आकाशगंगा की संरचना को प्रभावित कर सकती है। अगर ब्लैक होल अधिक से अधिक तारों को निगलता रहा, तो यह क्षेत्र धीरे-धीरे अंधकारमय और तारों से खाली हो सकता है।
इसके अलावा, जब ब्लैक होल किसी तारे को नष्ट करता है, तो यह तेज़ रेडिएशन और उच्च-ऊर्जा कणों को छोड़ता है, जो दूर स्थित अन्य तारों और ग्रहों को भी प्रभावित कर सकते हैं।
क्या भविष्य में पृथ्वी पर कोई खतरा है?
अभी के लिए, पृथ्वी सैजिटेरियस ए* से लगभग 26,000 प्रकाश वर्ष दूर है, इसलिए हमें इससे कोई सीधा खतरा नहीं है। लेकिन वैज्ञानिक लगातार इस ब्लैक होल और इसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। अगर यह अत्यधिक सक्रिय हो जाता है, तो इसका असर हमारी आकाशगंगा के अन्य हिस्सों पर पड़ सकता है।
निष्कर्ष
Black Holes ब्रह्मांड के सबसे रहस्यमय और शक्तिशाली पिंडों में से एक हैं। आकाशगंगा के केंद्र में स्थित सैजिटेरियस ए* लगातार तारों को नष्ट कर रहा है, और इसकी गति बढ़ रही है। हालांकि यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन वैज्ञानिक इसे समझने और भविष्यवाणी करने की कोशिश कर रहे हैं कि इसका हमारी आकाशगंगा और सौर मंडल पर क्या प्रभाव हो सकता है।
ब्लैक होल का अध्ययन हमें ब्रह्मांड की गहराइयों को समझने में मदद करता है और यह दिखाता है कि हमारा ब्रह्मांड कितना विशाल, रहस्यमय और अद्भुत है।
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